आज के समय में ऊर्जा की बढ़ती मांग और बिजली बिलों की लगातार बढ़ती कीमतों ने लोगों को स्वच्छ और किफायती ऊर्जा स्त्रोत्र की तलाश करने के लिए प्रेरित किया है। सौर ऊर्जा एक ऐसा ही विकल्प है जो न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि आपके बिजली बिलों को भी कम कर सकता है। इस लेख में, हम ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
क्या होता हैं ऑन ग्रिड सोलर ?
ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम एक ऐसा एनर्जी सिस्टम है जिसमें सोलर पैनल का उपयोग करके सूरज की रोशनी को बिजली में परिवर्तित किया जाता है। यह पैदा की गई बिजली सीधे आपके घर में इस्तेमाल की जाती है। लेकिन खास बात यह है कि अतिरिक्त बिजली को बिजली ग्रिड में भेज दिया जाता है। जब आपको बिजली की ज़रूरत होती है, जैसे रात में या धुंधले दिनों में, आप ग्रिड से बिजली ले सकते हैं।
यह सिस्टम काम कैसे करता है?
सोलर मॉड्यूल को इस तरह से रखा जाता है कि वे ज़्यादा से ज़्यादा सूर्य की किरणों को अब्ज़ॉर्ब कर बिजली में परिवर्तित कर सकें। यह डायरेक्ट करंट (डीसी) ऑन ग्रिड सोलर इन्वर्टर के ज़रिये अल्टेरनेटिंग करंट यानि ऐ सी मेँ बदला जाता है , जो फिर बिजली के उपकरणों को ऊर्जा प्रदान करता है। दिन के समय, जब सोलर पैनल पर्याप्त बिजली पैदा करते हैं, तो अतिरिक्त बिजली को बिजली ग्रिड में भेज दिया जाता है,वहीं रात के समय या धुंद के मौसम में जब पैनल कम बिजली पैदा करते हैं, तो आप ग्रिड से आवश्यक बिजली ले सकते हैं ।
नेट मीटरिंग सिस्टम के ज़रिये आपके घर में पैदा की गई बिजली और आपकी खपत की गई बिजली को मापा जाता है और प्रत्येक माह के अंत में बकाया राशि दर्ज की जाती है, और उपभोक्ता को एक बिल भेजा जाता है जिसमे केवल नेट बिजली खपत को जोड़ा जाता है। इस तरह, आप अपने बिजली बिल को काफी कम कर सकते हैं और साथ ही पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा का उपयोग कर सकते हैं।
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम की एक मुख्य नुकसान यह है की ये पॉवरकट या ब्लैक आउट के दौरान काम नहीं करता क्योंकि यह सिस्टम सीधा ग्रिड को बिजली सप्लाई करता है और ब्लैकआउट आम तौर पर तब होता है जब एनर्जी ग्रिड नष्ट हो गया हो या उसमें कुछ खराबी हो, अगर सोलर इन्वर्टर ऐसे क्षतिग्रस्त ग्रिड में बिजली भेजना जारी रखता है, तो यह नेटवर्क की खराबी को ठीक करने के लिए काम करने वालों की सुरक्षा को खतरे में डाल देगा।
ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम के फायदे:
- बिजली बिल में कमी: ग्रिड कनेक्शन के साथ, आप अपनी खपत से ज़्यादा बिजली बनाकर उसे सरकारको बेच सकते है और कुछ एक्स्ट्रा इनकम कमा सकते हैं। यह न केवल आपके बिजली के खर्चों को खत्म करता है, बल्कि उत्पादित अतिरिक्त बिजली की लागत में भी बचत करता है।
- पर्यावरण संरक्षण: सोलर ऊर्जा एक स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है। इसके उपयोग से फॉसिल फ्यूल पर निर्भरता कम होती है, जिससे कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य हानिकारक गैसों का उत्सर्जन कम होता है जिससे ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में मदद मिलती है।
- सरकारी सब्सिडी: भारतीय सरकार सोलर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी और प्रोत्साहन प्रदान करती हैं जिसके ज़रिये आप ₹78,000 तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकतें हैं, इसके अलावा कई राज्यों में केंद्रीय सरकार के साथ साथ राज्य सरकार भी घरो में ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाने पर सब्सिडी प्रदान करती है।
निष्कर्ष:
ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम एक स्मार्ट और पर्यावरण के अनुकूल रहने वाला विकल्प है जो आपको बिजली बिलों में कमी करने और स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग करने में मदद करता है। यदि आप अपने घर के लिए एक टिकाऊ और किफायती ऊर्जा समाधान की तलाश कर रहे हैं, तो ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है।
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